गुरु महिमा
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चित्र गूगल से साभार |
गुरुवर के आशीष से,बनते बिगड़े काम।
करते राह प्रशस्त वे,जग में होता नाम।।
जीवन के उद्देश्य का,गुरुवर देते ज्ञान।
उत्तम होता आचरण,जग में बढ़ता मान !!
ज्ञान-चक्षु को खोलते,गढ़ते हैं संस्कार।
गुरुवर के प्रेरक वचन,करते हैं उद्धार।।
शिक्षक का पद है बड़ा,रखिए इसका ध्यान।
उत्तम शिक्षा दे सदा,तभी बढ़ेगा मान।
शिक्षक की ये भूमिका,पढ़ें लिखें सब छात्र।
कमियाँ उनकी दूर कर, बनें योग्य सत्पात्र।
शिक्षक का सम्मान हो, रखें छात्र ये ध्यान।
सीख मिले जिनसे हमें,वे जन सदा महान।
शिक्षा के उत्थान हित,किए अनगिनत काज।
डा राधाकृष्णन सदा,करें हृदय पर राज।
शिक्षक शिष्यों को सदा,दें शिक्षा संस्कार।
नव पीढ़ी निर्माण का,उनके ऊपर भार।
शिक्षक अपने ज्ञान से,करें दूर अज्ञान।
आदर उनका कीजिए,रखिए यह बस ध्यान।
गुरुवर ज्ञान प्रकाश से, करें दूर अंधकार।
श्रेष्ठ शुद्ध हो आचरण,यह उनका उपकार।
शिक्षक नव निर्माण का, रखते हैं अधिकार।
भावी पीढ़ी श्रेष्ठ हो,तभी राष्ट्र उद्धार।
अभिलाषा चौहान
गुरु के सम्मान में बहुत सुंदर दोहे रचे हैं आपने।
जवाब देंहटाएंसादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार ५ सितंबर २०२५ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं श्वेता जी, सहृदय आभार सादर
हटाएंशुभकामनाएं ही शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसादर
आपको भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं आदरणीया आप के साथ यह यात्रा यूँ ही चलती रहे। सहृदय आभार सादर
हटाएंबहुत सुंदर रचना, शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
जवाब देंहटाएंअगर जीवन में गुरु न हों, तो क्या हम ज्ञान का मार्ग खोज पाते?
गुरु ही वे हैं जो अज्ञान के अंधकार में दीपक बनकर हमें दिशा दिखाते हैं।
शिक्षक दिवस हमें यही याद दिलाता है कि गुरु का सम्मान ही हमारी सबसे बड़ी पूजा है।
सही कहा आपने हरीश जी
हटाएंआपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,शिक्षक सिर्फ विद्यालयों में नहीं होते,हम जिनसे भी कुछ नया सीखते हैं जो हमारे जीवन को गति देता है,वही शिक्षक है। सहृदय आभार सादर
सुंदर | शुभकामनाएं |
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीय आपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सादर🙏
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