थाम चला पतवार हाथ में

शिक्षक दिवस पर विशेष_

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जीवन के पथ पर हमें जिन लोगों से कुछ भी सीखने को मिलता है, वे सभी शिक्षक तुल्य होते हैं। मैं उन सभी विद्वजनों को नमन करती हूँ।जिनसे मुझे कुछ भी सीखने का अवसर मिला।विद्यालय, महाविद्यालय, परिवार समाज तथा आभासी दुनिया के उन सभी आदरणीय सुधिजनों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।


थाम चला पतवार हाथ में

नौका पार लगाने को

ज्यों दीपक में जलती बाती

तम को दूर भगाने को।


ज्ञान कुंभ का तीरथ पावन 

दोष मिटाता है सारे

संशय-बाधा दूर हटाए

तम के बादल भी हारे

संस्कार शिक्षा से शिष्य को

तत्पर सदा जगाने को।।


बन आदित्य शिष्य जीवन का

पथ में किरणें बिखराता

आशा के वह पुष्प खिलाकर

आगे बढ़ना सिखलाता

कर्म बीज बोता जीवन में

सूरज नया उगाने को।।


फूल-शूल का देता परिचय

भूलों को गिनता चुन-चुन

कुंभकार सा शिक्षक बनकर

करता शिष्य का उन्नयन

जीवन रण का वीर बनाता

अपना धर्म निभाने को।।

अभिलाषा चौहान 











टिप्पणियाँ

  1. कुंभकार सा शिक्षक बनकर

    करता शिष्य का उन्नयन.....सुंदर और सार्थक! समस्त शिक्षकों को सादर नमन!!!

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    1. सहृदय आभार आदरणीय सादर आपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं इसी तरह मेरा मार्ग प्रशस्त करते रहें।

      हटाएं
  2. बहुत सुंदर, शिक्षक दिवस पर

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सहृदय आभार आदरणीया सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं

      हटाएं
  3. आपकी लिखी रचना सोमवार 5 सितम्बर ,2022 को
    पांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

    संगीता स्वरूप

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    उत्तर
    1. सहृदय आभार आदरणीया सादर आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

      हटाएं
  4. बहुत ही सुन्दर और सार्थक रचना

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सहृदय आभार सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं

      हटाएं
  5. उत्तर
    1. सहृदय आभार सखी सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं

      हटाएं
  6. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार(०५-०९ -२०२२ ) को 'शिक्षा का उत्थान'(चर्चा अंक-४५४३) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सहृदय आभार सखी सादर आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

      हटाएं
  7. वाह्ह... अति सुंदर रचना अभिलाषा जी।
    सस्नेह।

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    उत्तर
    1. सहृदय आभार सखी सादर आप जैसी प्यारी सखी और मार्ग दर्शक को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  8. आपकी अति सुंदर एवं भावपूर्ण कविता सामयिक भी है एवं सार्थक भी। वर्तमान विषाक्त वातावरण में सुमार्ग दिखाने वाले शिक्षकों के साथ-साथ मन को सद्विचारों से आलोकित करने वाले व बिना भेदभाव के उत्पीड़ितों की पीड़ा को स्वर देने वाले कवियों की भी महती आवश्यकता है।

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  9. उत्तर
    1. आपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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  10. बहुत बहुत सुंदर सृजन सखी ।
    शिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  11. फूल-शूल का देता परिचय
    भूलों को गिनता चुन-चुन
    कुंभकार सा शिक्षक बनकर
    करता शिष्य का उन्नयन
    शिक्षक के सम्मान में समर्पित अत्यंत सुन्दर भावाभिव्यक्ति । शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ सखी !

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  12. कुंभकार सा शिक्षक बनकर
    करता शिष्य का उन्नयन//
    गुरूजनों का सुन्दर आत्म कथ्य जो उनके विराट व्यक्तित्व को और भी गरिमा बनाता है ।भावपूर्ण रचना के लिए बधाई और शुभकामनाएं प्रिय अभिलाषा जी।समस्त गुरु सत्ता को सादर नमन 🙏🌺🌺

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  13. शिक्षक दिवस पर सार्थक सामायिक रचना बेहतरीन

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  14. शिक्षक के मनोविज्ञान का सुंदर चित्रण!

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