थाम चला पतवार हाथ में
शिक्षक दिवस पर विशेष_
__________________
जीवन के पथ पर हमें जिन लोगों से कुछ भी सीखने को मिलता है, वे सभी शिक्षक तुल्य होते हैं। मैं उन सभी विद्वजनों को नमन करती हूँ।जिनसे मुझे कुछ भी सीखने का अवसर मिला।विद्यालय, महाविद्यालय, परिवार समाज तथा आभासी दुनिया के उन सभी आदरणीय सुधिजनों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
थाम चला पतवार हाथ में
नौका पार लगाने को
ज्यों दीपक में जलती बाती
तम को दूर भगाने को।
ज्ञान कुंभ का तीरथ पावन
दोष मिटाता है सारे
संशय-बाधा दूर हटाए
तम के बादल भी हारे
संस्कार शिक्षा से शिष्य को
तत्पर सदा जगाने को।।
बन आदित्य शिष्य जीवन का
पथ में किरणें बिखराता
आशा के वह पुष्प खिलाकर
आगे बढ़ना सिखलाता
कर्म बीज बोता जीवन में
सूरज नया उगाने को।।
फूल-शूल का देता परिचय
भूलों को गिनता चुन-चुन
कुंभकार सा शिक्षक बनकर
करता शिष्य का उन्नयन
जीवन रण का वीर बनाता
अपना धर्म निभाने को।।
अभिलाषा चौहान
कुंभकार सा शिक्षक बनकर
जवाब देंहटाएंकरता शिष्य का उन्नयन.....सुंदर और सार्थक! समस्त शिक्षकों को सादर नमन!!!
सहृदय आभार आदरणीय सादर आपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं इसी तरह मेरा मार्ग प्रशस्त करते रहें।
हटाएंबहुत सुंदर, शिक्षक दिवस पर
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीया सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं
हटाएंआपकी लिखी रचना सोमवार 5 सितम्बर ,2022 को
जवाब देंहटाएंपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
सहृदय आभार आदरणीया सादर आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
हटाएंबहुत ही सुन्दर और सार्थक रचना
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं
हटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार सखी सादर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं
हटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार(०५-०९ -२०२२ ) को 'शिक्षा का उत्थान'(चर्चा अंक-४५४३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
सहृदय आभार सखी सादर आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हटाएंवाह्ह... अति सुंदर रचना अभिलाषा जी।
जवाब देंहटाएंसस्नेह।
सहृदय आभार सखी सादर आप जैसी प्यारी सखी और मार्ग दर्शक को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
हटाएंआपकी अति सुंदर एवं भावपूर्ण कविता सामयिक भी है एवं सार्थक भी। वर्तमान विषाक्त वातावरण में सुमार्ग दिखाने वाले शिक्षकों के साथ-साथ मन को सद्विचारों से आलोकित करने वाले व बिना भेदभाव के उत्पीड़ितों की पीड़ा को स्वर देने वाले कवियों की भी महती आवश्यकता है।
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की बधाई
जवाब देंहटाएंआपको भी शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हटाएंबहुत बहुत सुंदर सृजन सखी ।
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।
सहृदय आभार सखी सादर
हटाएंफूल-शूल का देता परिचय
जवाब देंहटाएंभूलों को गिनता चुन-चुन
कुंभकार सा शिक्षक बनकर
करता शिष्य का उन्नयन
शिक्षक के सम्मान में समर्पित अत्यंत सुन्दर भावाभिव्यक्ति । शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ सखी !
सहृदय आभार सखी सादर
हटाएंकुंभकार सा शिक्षक बनकर
जवाब देंहटाएंकरता शिष्य का उन्नयन//
गुरूजनों का सुन्दर आत्म कथ्य जो उनके विराट व्यक्तित्व को और भी गरिमा बनाता है ।भावपूर्ण रचना के लिए बधाई और शुभकामनाएं प्रिय अभिलाषा जी।समस्त गुरु सत्ता को सादर नमन 🙏🌺🌺
शिक्षक दिवस पर सार्थक सामायिक रचना बेहतरीन
जवाब देंहटाएंशिक्षक के मनोविज्ञान का सुंदर चित्रण!
जवाब देंहटाएं