साधना भी होगी पूरी
जल उठेगा दीप फिर से
तम का मिटना है जरूरी।
हृदय में संकल्प हो तो
साधना भी होगी पूरी।
ठंडी पड़ी इस राख में भी
कोई चिंगारी तो होगी।
फूँक से सुलगेगी जब ये
चेतना झंकृत तो होगी।
प्राण में फिर राग होगा
विराग से होगी दूरी।
निराशा के बादलों से
सूर्य आशा का दिखेगा
कालिमा के मध्य से जब
चाँद भी खुलकर हँसेगा
जिंदगी फिर पूर्ण होगी
लग रही है जो अधूरी।
हार कर चुप बैठ जाना
काम मानव का नहीं है
संकटों से पार पाना
लक्ष्य जीवन का यही है
साँस सरगम फिर बजेगी
रह गई थी जो अधूरी।
अभिलाषा चौहान'सुज्ञ'
स्वरचित मौलिक
तम का मिटना है जरूरी।
हृदय में संकल्प हो तो
साधना भी होगी पूरी।
ठंडी पड़ी इस राख में भी
कोई चिंगारी तो होगी।
फूँक से सुलगेगी जब ये
चेतना झंकृत तो होगी।
प्राण में फिर राग होगा
विराग से होगी दूरी।
निराशा के बादलों से
सूर्य आशा का दिखेगा
कालिमा के मध्य से जब
चाँद भी खुलकर हँसेगा
जिंदगी फिर पूर्ण होगी
लग रही है जो अधूरी।
हार कर चुप बैठ जाना
काम मानव का नहीं है
संकटों से पार पाना
लक्ष्य जीवन का यही है
साँस सरगम फिर बजेगी
रह गई थी जो अधूरी।
अभिलाषा चौहान'सुज्ञ'
स्वरचित मौलिक
आशा का संचार करती सार्थक रचना।
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीय 🙏🌹
हटाएंसकारात्मक भावों का संचार करती अति उत्तम भावाभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर सृजन के लिए बहुत बहुत बधाई सखी .
सहृदय आभार सखी 🌹🌹
हटाएंउम्मीद जगाती बहुत सुंदर रचना, अभिलाषा दी।
जवाब देंहटाएंहारना कायर की निशानी है ... उम्मीद भरी रचना ...
जवाब देंहटाएंऋतु-चक्र सा मानव जीवन ... हर रात की सुबह .. सकारात्मक सोच ..
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीय 🙏🙏
हटाएंये निराशा के बादल हमारी हिम्मत और उम्मीद से कपूर के समान उड़न छू हो जाते हैं। प्रेरणादायी पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीय 🙏🌹
हटाएंनिराशा के बादलों से
जवाब देंहटाएंसूर्य आशा का दिखेगा
कालिमा के मध्य से जब
चाँद भी खुलकर हँसेगा
जिंदगी फिर पूर्ण होगी
लग रही है जो अधूरी।
वाह!अभिलाषा जी आपके नवगीत की बात ही अलग है....बहुत ही लाजवाब लेखन।
अनंत शुभकामनाएं एवं नमन।
सहृदय आभार सखी 🌹🌹
हटाएंवाह !लाजवाब सृजन आदरणीय दीदी... दिनकर जी की झलक लगी आप के सृजन में
जवाब देंहटाएंसादर
वाह!!बहुत ही प्रेरणादायक रचना सखी ।
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार सखी 🌹🌹
हटाएंउम्दा प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंसुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें
सहृदय आभार आदरणीय 🙏🙏
हटाएंस्वस्थ व सुरक्षित रहे।
सहृदय आभार सखी 🌹🌹🙏🙏
जवाब देंहटाएंबढ़िया लेख! धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं