आया होली का पर्व
आया होली का पर्व लेके उमंग,
चहुं ओर बिखरे खुशियों के रंग।
मन सबका झूमें बनके मलंग,
बाज रहे ढोल-ताशे,मृदंग।
आओ मिल सब रंगें एक ही रंग,
जीवन में घुल जाए प्रेम का रंग।
कान्हा होली खेले जैसे राधा के संग,
प्रकृति भी झूमें चढ़ा राधे का रंग।
गोकुल की गलियों में मची है धूम,
आसमां भी धरती को रहा है चूम।
भीनी-भीनी बहे फागुनी बयार,
मस्त-मस्त मौसम मन रहा है झूम।
होली का हुड़दंग बाजे मृदंग,
राधिका नाचे कान्हा के संग।
अंग-अंग रंग है भीगे प्रत्यंग,
फागुन में फाग की ऊंची ऊचंग।
अभिलाषा चौहान
स्वरचित मौलिक
चहुं ओर बिखरे खुशियों के रंग।
मन सबका झूमें बनके मलंग,
बाज रहे ढोल-ताशे,मृदंग।
आओ मिल सब रंगें एक ही रंग,
जीवन में घुल जाए प्रेम का रंग।
कान्हा होली खेले जैसे राधा के संग,
प्रकृति भी झूमें चढ़ा राधे का रंग।
गोकुल की गलियों में मची है धूम,
आसमां भी धरती को रहा है चूम।
भीनी-भीनी बहे फागुनी बयार,
मस्त-मस्त मौसम मन रहा है झूम।
होली का हुड़दंग बाजे मृदंग,
राधिका नाचे कान्हा के संग।
अंग-अंग रंग है भीगे प्रत्यंग,
फागुन में फाग की ऊंची ऊचंग।
अभिलाषा चौहान
स्वरचित मौलिक
बहुत सुंदर होली गीत ,आप को भी होली की हार्दिक बधाई ,सखी
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार सखी,सादर
हटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
गोकुल की गलियों में मची है धूम,
जवाब देंहटाएंआसमां भी धरती को रहा है चूम।
भीनी-भीनी बहे फागुनी बयार,
मस्त-मस्त मौसम मन रहा है झूम।
बहुत सुंदर गीत
सहृदय आभार
हटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार लोकेश जी🙏
हटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
होली के त्यौहार के विभन्न रंगों को बाखूबी लिखा है ...
जवाब देंहटाएंकान्हा के प्रेम और उमंग का एहसास होली पे सबसे अधिक उभर के आता है ... जो इस रचना में दिख रहा है ...
सहृदय आभार आदरणीय 🙏
हटाएंहोली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏
होली.की हार्दिक शुभकामनाएं आपको..जीवन में खुशियों का रंग कभी फीका न हो यही कामना है।
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार प्रिय श्वेता
हटाएंसुंदर शुभकामनाओं के लिए
आपको और आपके परिवार को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 प्रेम व खुशियों के
रंग से आपका जीवन सदैव सराबोर रहे।🌷🌷
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति BLOG "पाँच लिंकों का आनंद"
( http://halchalwith5links.blogspot.in ) में
गुरुवार 21 मार्च 2019 को प्रकाशनार्थ 1343 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।
प्रातः 4 बजे के उपरान्त प्रकाशित अंक अवलोकनार्थ उपलब्ध होगा।
चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर।
सधन्यवाद।
सहृदय आभार आदरणीय 🙏
हटाएंहोली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
गोकुल की गलियों में मची है धूम,
जवाब देंहटाएंआसमां भी धरती को रहा है चूम।
भीनी-भीनी बहे फागुनी बयार,
मस्त-मस्त मौसम मन रहा है झूम।
वाह पिय अभिलाषा जी -- बिन कान्हा के कैसी होली ?सुंदर भाव पिरोये हैं | आपको होली की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें | सपरिवार होली मुबारक हो | सस्नेह --
सहृदय आभार रेणु बहन
हटाएंस्नेहिल प्रतिक्रिया हेतु ,आपके स्नेह ने होली के
पर्व को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।इस पावन
पर्व की आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 सस्नेह सादर
रंगो के त्यौहार होली की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार सखी
हटाएंहोली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाए आपको और आपके परिवार को 🙏🌷
होली की सपरिवार शुभकामना।
जवाब देंहटाएं- पूनम और विश्वमोहन
सहृदय आभार आदरणीय 🙏
हटाएंआपको व आपके परिवार को होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 😊🌷
सुन्दर। शुभकामनाएं होली पर।
जवाब देंहटाएंसहृदय आभार आदरणीय 🙏 आपको होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
हटाएंहोली का हुड़दंग बाजे मृदंग,
जवाब देंहटाएंराधिका नाचे कान्हा के संग।
अंग-अंग रंग है भीगे प्रत्यंग,
फागुन में फाग की ऊंची ऊचंग
बहुत ही सुन्दर...
वाह!!!
सहृदय आभार सुधा जी
हटाएंआपको होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🌷