धनतेरस

पूरी करे धन्वंतरि,
सबके मन की आस।
रोग-दोष सब दूर रहें,
जब आयुर्वेद हो पास।
सच्चा सुख है सदा,
स्वस्थ निरोगी शरीर।
हर लेते भगवान,
सबके मन की पीर।
धनतेरस के दिन,
होती उनकी उपासना।
उनकी पूजा-पाठ से,
पूरी हो मनोकामना।
उत्तम काया-माया का,
प्रभु देवें वरदान।
अमृत आयुर्वेद का,
करो सदा रसपान।
आयुर्वेद में छिपा,
लम्बी उम्र का राज,
बडे़ - बडे़ रोगों का
होता तुरंत इलाज।
मंगलकारी पर्व पर,
सबके पूरे हों अरमान।
भगवान धन्वंतरि की कृपा,
से हो जीवन आसान।


अभिलाषा चौहान
स्वरचित

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