क्षण का ही खेल है सारा

क्षणभंगुर संसार ये सारा
क्षण का जीवन
क्षण में मिटता
क्षण में बीते जीवन सारा।
क्षण ही सत्य
क्षण ही शाश्वत
क्षण का ही ये खेल है सारा।
क्षण में राजा
क्षण में रंक
क्षण में बदले संसार ये सारा।
क्षण का जीवन
क्षण में ही जीना
क्षण में मृत्यु ने आंचल पसारा।
क्षण में दुख
क्षण में सुख
क्षण में नियति का परिवर्तन सारा।
क्षण ही स्मृति
क्षण ही स्वप्न
क्षण संचालित काल ये सारा।
क्षण में मिलन
क्षण में जुदाई
क्षण आधारित संसार ये सारा।

अभिलाषा चौहान
स्वरचित

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