मेरी नजर में मित्रता के मायने

मित्रता दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

दोस्ती का रिश्ता सबसे अनोखा और प्यारा होता है । पर सच्चा सखा या दोस्त किस्मत से नसीब होता है। कृष्ण - सुदामा,  कर्ण - दुर्योधन
जैसी मित्रता के उदाहरण अब कहां मिलते हैं।
आजकल स्वार्थ ने मित्रता को अपनी गिरफ्त में
ले लिया है ।" विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही सांचे मीत   "यह कथन पूर्णरूपेण सत्य है। सभी रिश्ते प्यारे होते हैं, पर सबसे अनोखा और प्यारा रिश्ता दोस्ती का है। यह दोस्ती ही है
जो अटूट बंधन में बांधती है और अगर यह रिश्तों में समा जाय तो सोने पर सुहागा हो जाती है। अतः दोस्ती के महत्व को समझना
आवश्यक है। दोस्ती में स्वार्थ विष के समान है।
अतः जहां स्वार्थ है वहां दोस्ती नहीं हो सकती। किसी मकसद के लिए कई गई  मित्रता सदैव
हानिकारक और पतन की ओर ले जाने वाली
होती है। जेब में पैसो की खनक सुन ऐसे मित्र
मक्खियों के समान भिनभिनाने लगते हैं और
दोस्ती की कसमें खाते नहीं थकते जैसे ही
आपकी जेब खाली हुई  , वे फिर नजर नहीं
आते। दोस्तों की भीड जुटाने से अच्छा तो यही है कि एक मित्र हो पर सच्चा हो जो आपके साथ हर अच्छे या बुरे वक्त में खडा हो।

अभिलाषा चौहान

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