पल-पल झुलसती मानवता......

गरीबी और बेरोजगारी
देश की सबसे बड़ी बीमारी
जब तलक ये देश में कायम रहेंगे
तब तलक नैतिक मूल्य यूं ही जलते रहेंगे
पेट खाली हो और जेबें भी खाली
बड़ी-बड़ी बातें भी तब लगती हैं गाली
हर सांस के लिए संघर्ष जब करना पडे
बात कोई भी किसी के न तब पल्ले पडे
तब उबलता है मन में आक्रोश भी
तब पनपते हैं अनेक अपराध भी
पेट की आग सबसे बलवती है
जिसमें पल-पल मानवता झुलसती है
पेट भरने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा
खाली पेट किसी को क्या अच्छा लगेगा
युवाओं को जब न उचित रोजगार मिलेगा
खाली दिमाग में तब शैतान का वास रहेगा
विकास की बातें बहुत सुनने में आई
गरीबी बेरोजगारी किसी ने न मिटाई
असमान विकास से क्या देश बढ़ेगा
अवनति का पथ ऐसे ही खुला रहेगा
बच्चों को करना पडे जहाँ मजदूरी
कैसे होगी उनकी सब आस पूरी
शोषण अत्याचार यूं ही बढता रहेगा
समाज कैसे तब उन्नत बनेगा....??

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